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जब महंगी दवाओं के लिए न हों पैसे , तो अजमाए ये नुस्खे

जब महंगी दवाओं के लिए न हों पैसे , तो अजमाए ये  नुस्खे  आज का समय विज्ञान का है, लेकिन व्यक्ति के कब शारीरिक समस्याएं हो जाती हैं पता नहीं च...



जब महंगी दवाओं के लिए न हों पैसे , तो अजमाए ये  नुस्खे 

आज का समय विज्ञान का है, लेकिन व्यक्ति के कब शारीरिक समस्याएं हो जाती हैं पता नहीं चलता। लोग बिना सोचे-समझे बाजार से भागकर माॅडर्न दवाएं ले आते हैं और खा लेते हैं। बाद में सेहत प्रॉब्लम ज्यादा हो जाती हैं। ऐसे में आधुनिक मेडिसन के नुकसान या महंगे खर्च से बचने के लिए आप घरेलू उपाय याद कर सकते हैं। यहां कुछ आजमाए हुए नुस्खे बताए जा रहे हैं जिन्हें विकट परिस्थिति में यूजकर हालात संभाल सकते हैं –

1. यदि आपकी स्किन रूखी और बेजान लगती है तो जौ का आटा, हल्दी, सरसो का तेल पानी में मिलाकर उबटन बनाकर रोजाना शरीर में मालिश कर गुनगुने पानी से नहाएं। दूध को केसर में मिलाकर पिएं, रूप निखर जाएगा।
2. धनिया, जीरा और चीनी तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर सेवन करने से अम्लपित्त या एसिडिटी के कारण होने वाली जलन शांत हो जाती है।
3. आधा चम्मच चिरौंजी को 2 चम्मच दूध में भिगोकर पीसकर पेस्ट बनाकर लगाएं। 15 मिनट बाद धो लें। इसे नियमित रूप से डेढ़ महीने लगाए जाने पर रंग निखरता है व चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं।
4. मुंह के छाले की समस्या परेशान कर रही हो तो दिन में कम से कम तीन बार कच्चे दूध से अच्छी तरह से गरारे करें, छाले मिट जाएंगे।

5. प्याज के बीजों को सिरका में पीसकर प्राप्त रस को दाद-खाज और खुजली पर लगाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है। हमें पता है कि अंग्रेजी दवाएं हर कोर्इ नहीं खरीद पाता है, इसलिए 20 और घरेलू उपाय यहां बताए जा रहे है। गैलरी में पिक्स पर क्लिक कर जानें प्राकृतिक उपचार के टिप्स ..

6. पुदीना सिरदर्द की समस्या में एक रामबाण औषधि माना जाता है।पुदीने का रस लेने से या पुदीने की चाय पीने से सिरदर्द में तुरंत आराम मिलता है। इसके अलावा अगर सिरदर्द बहुत ज्यादा तेज हो तो पुदीना का तेल हल्के हाथों से सिर पर लगाने से सिरदर्द बंद हो जाता है। 10. सफेद जीरे को घी में भूनकर इसका हलुआ बनाकर प्रसुता को खिलाने से स्तनों के दूध में बढ़ोतरी होती है।

7. जीरे को मिश्री की चाशनी बनाकर उसमें या शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ बाहर निकल जाती है। 15. दो चम्मच ईसबगोल की भूसी छ: घंटे पानी में भिगोकर रख दें। रात को सोने से पहले ईसबगोल में मिश्री मिलाकर लें। इसके बाद थोड़ा पानी जरूर पिएं। कब्ज दूर हो जाएगी।

8. दस ताजे हरे करी पत्तों को सुबह खाली पेट खाएं। तीन महीनों तक नियमित रूप से ये प्रयोग करने पर डायबिटीज कंट्रोल में आ जाती है व मोटापा घटने लगता है। आगे के फोटो पे चलिए….

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