Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Breaking News:

latest

Breaking News

latest

सैंकड़ों साल से अडिग़ खडा़ है ये किला, देखिए इस खूबसूरत किले की खासियत

सैंकड़ों साल से अडिग़ खडा़ है ये किला, देखिए इस खूबसूरत किले  की खासियत यह पूरी दुनिया भी जानती है कि इंडिया पुराने किलों और स्मारकों के लिए...

सैंकड़ों साल से अडिग़ खडा़ है ये किला, देखिए इस खूबसूरत किले  की खासियत
यह पूरी दुनिया भी जानती है कि इंडिया पुराने किलों और स्मारकों के लिए फेमस है। भारत के पुराने किले यहां के गौरवशाली इतिहास की गाथओं के बारे में बताते हैं। यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में भारत का वर्ल्ड फेमस लाल किला और आगरा का किला शामिल है। इन दो फेसम किलों के अलावा भी भारत में इतने सारे किले हैं, जो देश की विरासत और समृद्धि को दर्शाते हैं। इनमें हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं और फोटो शूट करते हैं। आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे किलों के बारे में बता रहे हैं जो देश की धरोहर में शामिल हैं। सबसे पहले देखिए भारत के उस किले को जो पांच सौ साल से भी ज्यादा पुराना हो चुका है, लेकिन अडिग है…
सुनहरे पत्थरों से बना जैसलमेर किला राजस्थान के जैसलमेर शहर में स्थित है। इस किले को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। इस जगह जाकर आप अपने आपको इतिहास से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। इस जगह की सुंदरता देखते ही बनती है। किले की हर एक दीवार इतिहास  को बयान करती है। विभिन्न रिपोर्टों के मुताबिक यह दुनिया का सबसे बड़े किलों में एक है। इसे रावल जैसवाल ने बनवाया था। थार रेगिस्तान के बीचोंबीच इस किले को बनवाया गया था। जैसलमेर किले को सोनार किले के नाम से भी जाना जाता है। गोल्डन किला शहर से 76 किमी दूर त्रिकुटा पहाड़ी पर त्रिकोण आकार में बनाया गया है। इस किले को भारत का दूसरा सबसे पुराना किला माना जाता है। किले में सबसे ज़्यादा आकर्षक जैन मंदिर, रॉयल पैलेस और बड़े दरवाजे हैं। बाहरी लोगों को नहीं पता, जैसलमेर रेगिस्तान का शहर है जो त्रिकुटा पहाड़ी, हवेलियों, और झीलों के लिए फेमस है। इतिहास देखें तो पता चलता है कि जैसलमेर का किला 1156 ई. में निर्मित हुआ था। रावल जैसल द्वारा बना यह किला 80 मीटर ऊंची त्रिकूट पहाड़ी पर है।

अगर इसके हिस्सों के बारे में आप देखना चाहते हैं तो सुन लीजिए यह इनता विशाल है कि इसमें बारह सौ घर हैं और ये तीस फुट ऊंची प्राचीरों से घिरा हुआ है। 30 फीट ऊंची दीवार वाले इस किले में 99 प्राचीर हैं, जिनमें से 92 का निर्माण 1633 और 1647 के बीच कराया गया था और चार विशाल प्रवेश द्वार हैं। इन प्रवेश द्वारों के नाम गणेश पोल, सूरज पोल, अक्षय पोल और हवा पोल हैं। किले के अंदर और भी अनेक सुंदर हवेलियां भी हैं।

No comments