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रोज ये 3 काम करने से विवाहित पुरुष नहीं होता धनहीन, रोगी या कमजोर

शादीशुदा इंसान जिम्मेदारियों को पूरा करने के दौरान कई मर्तबा अशांति और तनावों से भी घिर जाता है। ऐसी दशाएं मन व कामों पर भी बुरा असर डालती ह...

शादीशुदा इंसान जिम्मेदारियों को पूरा करने के दौरान कई मर्तबा अशांति और तनावों से भी घिर जाता है। ऐसी दशाएं मन व कामों पर भी बुरा असर डालती हैं। यही नहीं, ये बातें उसके व्यक्तित्व, चरित्र व सेहत में भी बड़े बदलाव लाकर गृहस्थी व रिश्तों का तालमेल भी बिगाड़ सकती है। यही वजह है कि शास्त्रों में गृहस्थ धर्म में मर्यादा और अनुशासन के पालन को सफल और सुखी जीवन का मंत्र माना गया है।

शास्त्रों में हर गृहस्थ खासकर पुरुष के लिए सुबह से लेकर रात को सोने तक कुछ खास कामों को करना जरूरी बताया गया है ताकि खुद के साथ परिवार भी तनावमुक्त, खुशहाल और हर तरह से संपन्न बना रहे। जानिए, शास्त्रों के नजरिए से किसी शादीशुदा पुरुष के लिए सुबह जागने के बाद अहम उन कामों को, जो व्यावहारिक तौर से अपनाना आसान भी हैं व सेहतमंद, ताकतवर, धनी व सफल बनने की चाहत को पूरा करने में मददगार व असरदार भी।

गृहस्थ को आलस्य छोड़कर ब्रह्ममुहूर्त या सूर्योदय के पहले जागकर धर्म व अर्थ दो बातों का ध्यान रख आगे की दिनचर्या नियत करना चाहिए।

इसी कड़ी में शरीर और मन की शुद्धि को अहम माना गया है। शरीर की पवित्रता के लिए पहले दांतों को साफ कर स्नान करना चाहिए। सुबह स्नान का यह महत्व यही बताया गया है कि चूंकि, शरीर से कई रूपों में दूषित पदार्थ बाहर निकलते रहते हैं, जो रोगी बनाते हैं। रोग मन को कमजोर करता है। इसलिए स्नान कर शरीर की पवित्रता से रोग, शोक व दु:ख दूर होते हैं। गंगा स्नान हो तो वह सर्वश्रेष्ठ माना गया है।

विवाहित पुरुष को मन की शुद्धि के लिए संध्या उपासना या सूर्य पूजा, गायत्री मंत्र का जप, तर्पण और देव उपासना या इन में से कोई भी एक उपाय जरूरी अपनाना चाहिए। यह न केवल धार्मिक रूप से पुण्य देने वाले कर्म माने गए हैं, बल्कि व्यावहारिक तौर से भी तनाव और कलह को दूर रखने में कारगर होते हैं।

इस तरह शरीर शुद्धि बाहरी रूप से, तो देव स्मरण के उपाय अन्दर से शक्ति, ऊर्जा और स्वास्थ्य देने वाले होते हैं। आज के तेज रफ्तार भरे जीवन में वक्त निकालकर हर गृहस्थ यह नियम और संयम अपनाए, तो यह घर और परिवार के अन्य सदस्यों के लिये भी सकारात्मक और प्रेरणादायी वातावरण बनाता है, जिससे गृहस्थी में मेलजोल, प्रेम, विश्वास और सहयोग का भाव कायम रहता है। इससे मिली सकारात्मक ऊर्जा निश्चित तौर पर किसी भी पुरुष को सही कार्यक्षेत्र चुनने, पैसा व सफलता पाने की चाहत पूरी करने में मददगार होती है।

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