सफलता का मूल मन्त्र अपने जीवन के उद्देश्य को जानना और उसे प्राप्त करने के लिए दृढ आत्मविश्वास रखना यही सफलता की ओर पहला कदम है| यह अदम्य वि...
सफलता का मूल मन्त्र अपने जीवन के उद्देश्य को जानना और उसे प्राप्त करने के लिए दृढ आत्मविश्वास रखना यही सफलता की ओर पहला कदम है|
यह अदम्य विचार कि मैं अवश्य सफल होऊंगा और उस पर पूरा विश्वास ही सफलता पाने का मूल मन्त्र है | याद रखिये विचार संसार की सबसे महान शक्ति है यही कारण है की सफलता पाने वाले लोग पूर्ण आत्मविश्व रखते हुए अपने कर्मों को पूरी कुशलता से करते है ,दूसरों की सफलता के लिए भी वे सदा प्रयत्नशील रहते है |
प्रत्येक विचार,प्रत्येक कर्म का फल अवश्य मिलता है अच्छे का अच्छे ओर बुरे का बुरा | यही प्रकृति का नियम है | इसमें देर हो सकती है पर अंधेर नहीं | इसलिए आप सफल होना चाहते है तो अच्छे विचार मन में रखिये , सद्कर्म करिए और जरुरतमंदो की निःस्वार्थ भाव से सहायता तथा सेवा करिए | मार्ग में आने वाली कठिनाइयों,बाधाओं,ओर दूसरों की कटु आलोचनाओं से अपने मन को अशांत न होने दीजिये |
जब अपनी समस्या न सुलझे जब कोई अपनी समस्या को हल न कर सकें तो उसके लिए सबसे अच्छा तरीका एक ऐसे ब्यक्ति की खोज करना है जिसके पास उससे भी अधिक समस्याएँ हों ओर तब वह उन्हें हल करने में उसकी उसकी सहायता करें | आपकी समस्या का हल आपको मिल जायेगा | चौंकिए मत, इसे आजमाइए |
लोगों में अंधविश्वास सफलता के लिए बहूत बड़े बाधक सिद्ध होता है | मनुष्य जीवन पर्यन्त इस अज्ञानपूर्ण अंधविश्वास से चिंतित रहता है की कहीं उसे कोई धोखा न दे जाए | उसे वह ज्ञान नहीं होता की मनुष्य को स्वयं के सिवाए कोई दूसरा धोखा नहीं दे सकता,वास्तव में वह अपने ही मोह और भय के कारण धोखे में फंसता है |
हम भूल जाते है की एक परमशक्ति भी है जो सदैव हर ब्यक्ति के साथ रहती है | जब कोई ब्यक्ति किसी से कोई समझौता या अनुबंध करता है ,तो यह परमशक्ति अदृश्य और मौन रूप में एक साक्षी की तरह उपस्थित रहती है | हम इस दुनिया को धोखा दे सकते है पर इस अदृश्य शक्ति को नहीं |
इसलिए जो ब्यक्ति दूसरों को धोखा देकर या उसका शोषण करके सफलता या धन प्राप्त करना चाहता है उसे अंत में भयानक परिणामों को भुँगातना पड़ता है |
यही कारण है की संसार के सभी संतो और महापुरुषों ने निःस्वार्थ कार्य करने पर बल दिया है |
“समय की पावंदी में ही जिवन की सफलता का रहस्य निहित है |
आप समय की कद्र करेंगे तो समय आपकी कद्र करेगा |”
यह अदम्य विचार कि मैं अवश्य सफल होऊंगा और उस पर पूरा विश्वास ही सफलता पाने का मूल मन्त्र है | याद रखिये विचार संसार की सबसे महान शक्ति है यही कारण है की सफलता पाने वाले लोग पूर्ण आत्मविश्व रखते हुए अपने कर्मों को पूरी कुशलता से करते है ,दूसरों की सफलता के लिए भी वे सदा प्रयत्नशील रहते है |
प्रत्येक विचार,प्रत्येक कर्म का फल अवश्य मिलता है अच्छे का अच्छे ओर बुरे का बुरा | यही प्रकृति का नियम है | इसमें देर हो सकती है पर अंधेर नहीं | इसलिए आप सफल होना चाहते है तो अच्छे विचार मन में रखिये , सद्कर्म करिए और जरुरतमंदो की निःस्वार्थ भाव से सहायता तथा सेवा करिए | मार्ग में आने वाली कठिनाइयों,बाधाओं,ओर दूसरों की कटु आलोचनाओं से अपने मन को अशांत न होने दीजिये |
जब अपनी समस्या न सुलझे जब कोई अपनी समस्या को हल न कर सकें तो उसके लिए सबसे अच्छा तरीका एक ऐसे ब्यक्ति की खोज करना है जिसके पास उससे भी अधिक समस्याएँ हों ओर तब वह उन्हें हल करने में उसकी उसकी सहायता करें | आपकी समस्या का हल आपको मिल जायेगा | चौंकिए मत, इसे आजमाइए |
लोगों में अंधविश्वास सफलता के लिए बहूत बड़े बाधक सिद्ध होता है | मनुष्य जीवन पर्यन्त इस अज्ञानपूर्ण अंधविश्वास से चिंतित रहता है की कहीं उसे कोई धोखा न दे जाए | उसे वह ज्ञान नहीं होता की मनुष्य को स्वयं के सिवाए कोई दूसरा धोखा नहीं दे सकता,वास्तव में वह अपने ही मोह और भय के कारण धोखे में फंसता है |
हम भूल जाते है की एक परमशक्ति भी है जो सदैव हर ब्यक्ति के साथ रहती है | जब कोई ब्यक्ति किसी से कोई समझौता या अनुबंध करता है ,तो यह परमशक्ति अदृश्य और मौन रूप में एक साक्षी की तरह उपस्थित रहती है | हम इस दुनिया को धोखा दे सकते है पर इस अदृश्य शक्ति को नहीं |
इसलिए जो ब्यक्ति दूसरों को धोखा देकर या उसका शोषण करके सफलता या धन प्राप्त करना चाहता है उसे अंत में भयानक परिणामों को भुँगातना पड़ता है |
यही कारण है की संसार के सभी संतो और महापुरुषों ने निःस्वार्थ कार्य करने पर बल दिया है |
“समय की पावंदी में ही जिवन की सफलता का रहस्य निहित है |
आप समय की कद्र करेंगे तो समय आपकी कद्र करेगा |”
No comments
Post a Comment