चाणक्य - Shabdkosh - picvend Quote 356: स्त्री के प्रति आसक्त रहने वाले पुरुष को न स्वर्ग मिलता है, न धर्म-कर्म... चाणक्य - Shabdkosh - picvend Quote 356: स्त्री के प्रति आसक्त रहने वाले पुरुष को न स्वर्ग मिलता है, न धर्म-कर्म। Quote 357: स्त्री भी नपुंसक व्यक्ति का अपमान कर देती है। Quote 358: फूलों की इच्छा रखने वाला सूखे पेड़ को नहीं सींचता। Quote 359: बिना प्रयत्न किए धन प्राप्ति की इच्छा करना बालू में से तेल निकालने के समान है। Quote 360: महान व्यक्तियों का उपहास नहीं करना चाहिए। Quote 361: कार्य के लक्षण ही सफलता-असफलता के संकेत दे देते है। Quote 362: नक्षत्रों द्वारा भी किसी कार्य के होने, न होने का पता चल जाता है। Quote 363: अपने कार्य की शीघ्र सिद्धि चाहने वाला व्यक्ति नक्षत्रों की परीक्षा नहीं करता। Quote 364: परिचय हो जाने के बाद दोष नहीं छिपाते। Quote 365: स्वयं अशुद्ध व्यक्ति दूसरे से भी अशुद्धता की शंका करता है। Quote 366: अपराध के अनुरूप ही दंड दें। Quote 367: कथन के अनुसार ही उत्तर दें। Quote 368: वैभव के अनुरूप ही आभूषण और वस्त्र धारण करें। Quote 369: अपने कुल अर्थात वंश के अनुसार ही व्यवहार करें। Quote 370: कार्य के अनुरूप प्रयत्न करें। Quote 371: पात्र के अनुरूप दान दें। Quote 372: उम्र के अनुरूप ही वेश धारण करें। Quote 373: सेवक को स्वामी के अनुकूल कार्य करने चाहिए। Quote 374: पति के वश में रहने वाली पत्नी ही व्यवहार के अनुकूल होती है। Quote 375: शिष्य को गुरु के वश में होकर कार्य करना चाहिए। Quote 376: पुत्र को पिता के अनुकूल आचरण करना चाहिए। Quote 377: अत्यधिक आदर-सत्कार से शंका उत्पन्न हो जाती है।
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