कामकला काली बीज मन्त्रम मकला काली [ KAMAKALA KALI ] साधना साधनात्मक जगत की सर्वोच्च साधना है. जब साधक का सौभाग्य अत्यंत प्रबल होता है तब उसे...
कामकला काली बीज मन्त्रम
मकला काली [ KAMAKALA KALI ] साधना साधनात्मक जगत की सर्वोच्च साधना है. जब साधक का सौभाग्य अत्यंत प्रबल होता है तब उसे इस साधना की दीक्षा तथा अनुमति मिलती है.
यह साधना साधक को एक शक्तिपुंज में बदल देती है.
अत्यंत प्रेम तथा मधुरता से जाप करें.
जप काल में रुद्राक्ष धारण करें.
यदि संभव हो तो गौरीशंकर रुद्राक्ष धारण करें.
बैठकर जाप रात्रि काल ११ से ३ में करें.
किसी स्त्री का अपमान ना करें.
क्रोध ना करें.
किसी प्रकार का प्रलाप , श्राप या बुरी बात ना कहें.
यदि विवाहित हैं तो अपनी पत्नी के साथ बैठ कर जाप करें.
साधना काल में अपनी पत्नी को भगवती का अंश समझकर उसे सम्मान दें, भूलकर भी उसका अपमान ना करें.
साधना प्रारंभ करने से पहले किसी समर्थ गुरु से दीक्षा अवश्य ले लें.
तारा साधना
सूर्य ग्रहण तारा साधना का सबसे उपयुक्त समय है ।
तारा काली कुल की महविद्या है ।
तारा महाविद्या की साधना जीवन का सौभाग्य है ।
यह महाविद्या साधक की उंगली पकडकर उसके लक्ष्य तक पहुन्चा देती है।
गुरु कृपा से यह साधना मिलती है तथा जीवन को निखार देती है ।
साधना से पहले गुरु से तारा दीक्षा लेना लाभदायक होता है ।
तारा दीक्षा से सम्बंधित जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं:-
मकला काली [ KAMAKALA KALI ] साधना साधनात्मक जगत की सर्वोच्च साधना है. जब साधक का सौभाग्य अत्यंत प्रबल होता है तब उसे इस साधना की दीक्षा तथा अनुमति मिलती है.
यह साधना साधक को एक शक्तिपुंज में बदल देती है.
अत्यंत प्रेम तथा मधुरता से जाप करें.
जप काल में रुद्राक्ष धारण करें.
यदि संभव हो तो गौरीशंकर रुद्राक्ष धारण करें.
बैठकर जाप रात्रि काल ११ से ३ में करें.
किसी स्त्री का अपमान ना करें.
क्रोध ना करें.
किसी प्रकार का प्रलाप , श्राप या बुरी बात ना कहें.
यदि विवाहित हैं तो अपनी पत्नी के साथ बैठ कर जाप करें.
साधना काल में अपनी पत्नी को भगवती का अंश समझकर उसे सम्मान दें, भूलकर भी उसका अपमान ना करें.
साधना प्रारंभ करने से पहले किसी समर्थ गुरु से दीक्षा अवश्य ले लें.
तारा साधना
सूर्य ग्रहण तारा साधना का सबसे उपयुक्त समय है ।
तारा काली कुल की महविद्या है ।
तारा महाविद्या की साधना जीवन का सौभाग्य है ।
यह महाविद्या साधक की उंगली पकडकर उसके लक्ष्य तक पहुन्चा देती है।
गुरु कृपा से यह साधना मिलती है तथा जीवन को निखार देती है ।
साधना से पहले गुरु से तारा दीक्षा लेना लाभदायक होता है ।
तारा दीक्षा से सम्बंधित जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं:-
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