पृथ्वी से तारों की दुरी जैसा कि हम जानते हैं कि आकाश में चमकते हुए अरबों, खरबों तारे चमकती हुई गर्म ग...
पृथ्वी से तारों की दुरी
जैसा कि हम जानते हैं कि आकाश में चमकते हुए अरबों, खरबों तारे चमकती हुई गर्म गैसों के पिंड हैं l हमें जीवन देने वाला सूर्य भी एक तारा है l इसके अतिरिक्त छोटे से लेकर बहुत बड़े-बड़े तारे आकाश में मौजूद हैं l कुछ तारे तो ऐसे हैं जो सूर्य से कई लाख गुना अधिक चमकीले हैं लेकिन धरती से अधिक दूर होने के कारण वे हमें अधिक चमकीले नहीं दिखाई देते हैं l क्या आप जानते है कि हमारे पास के तारे कौन-कौन से हैं ?
तारों की दुरी हम प्रकाशवर्ष में मापते हैं l प्रकाशवर्ष वह दुरी है जिसे प्रकाश 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड के वेग से चलकर एक वर्ष में तय करता है l पृथ्वी के सबसे नजदीक का तारा प्रोक्सिमा सेंटोरी (Proxima Centauri) हैं, जिसकी दुरी 4.28 प्रकाशवर्ष है l इस तारे को दक्षिणी गोलार्द्ध के देशों से ही देखा जा सकता है l उतरी गोलार्द्ध से दिखने वाला सबसे नजदीक का तारा “ सिरियस ” (Sirius) है l इसकी दुरी 8.8 प्रकाशवर्ष है l इसके अतिरिक्त “ अल्फा सेंटोरी ” (Alpha Centauri) एक नजदीकी तारा है जिसकी दुरी 4.37 प्रकाशवर्ष है l
नंगी आंखों से दिखाई देने वाला पृथ्वी से सबसे अधिक दूर का तारा 80 लाख प्रकाशवर्ष से भी अधिक दूर है l यदि शक्तिशाली दूरबीनों की सहायता से देखा जाए तो इससे भी 1000 गुना अधिक दुरी के तारों को देखा जा सकता है l कुछ तारे तो हमारी पृथ्वी से इतनी दूर हैं कि उनके प्रकाश को धरती तक आने मे 100 करोड़ से भी अधिक वर्ष लग जाते हैं l
आकाश के तारों के अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों के अनेकों प्रकार के प्रकाशीय दूरदर्शी और रेडियो दूरदर्शी यंत्र बना लिए हैं l इनकी सहायता से मनुष्य आकाशीय पिंडों के विषय में अधिक ज्ञान प्राप्त करता रहा है l ............
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